नैनीताल। उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग विकराल रूप लेती जा रही है। वनाग्नि पर काबू पाने में वन विभाग के पसीने छूट रहे हैं। इसी बीच नैनीताल के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने एनडीआरएफ का दल भेजा है। एनडीआरएफ मनोरा रेंज, भवाली और भीमताल समेत आसपास के क्षेत्र के जंगलों में लगी आग को नियंत्रित करने का काम करेगी।
दरअसल जिलाधिकारी वंदना सिंह ने आग पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य सरकार से एनडीआरफ की मांग की थी। इसके बाद राज्य सरकार ने गदरपुर सेंटर से एनडीआरएफ की टीम को नैनीताल के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए भेजा है।
बता दें कि बीते चार दिनों से नैनीताल के पहाड़ी क्षेत्र के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है, जिसे बुझाने के लिए वन विभाग और दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना ने मदद की। वायुसेना ने अपने एमआई-17 हेलीकॉप्टर के जरिए आग पर काबू पाया था। जंगलों की आग से अब तक पहाड़ों के हजारों हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो गए हैं। जंगलों में तेजी से बढ़ रही आग की घटनाओं से निपटने के लिए राज्य सरकार भी अलर्ट मोड पर है।
डीएफओ नैनीताल चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि एनडीआरएफ के जवानों को भवाली के महेश खान और मनोरा रेंज में लगाया गया है, जो आग के दृष्टि से काफी संवेदनशील क्षेत्र है। एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट प्रवीण कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर गदरपुर से एनडीआरएफ की एक टुकड़ी आग बुझाने के लिए पहुंची है। उन्होंने बताया कि किन-किन जगहों पर आग लगी है, इसका उन लोगों ने सर्वे कर लिया है। आग को बुझाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं, आवश्यकता पड़ने पर एनडीआरएफ के और जवानों को लगाया जाएगा।
नैनीताल मनोरा रेंज के रेंजर मुकुल शर्मा ने बताया कि जंगलों के कई हिस्सों में अभी भी विकराल आग लगी हुई है। जिसे नियंत्रित किए जाने के लिए गदरपुर सेंटर से एनडीआरएफ की एक टुकड़ी को आग बुझाने के लिए बुलाया गया है। गदरपुर से नैनीताल पहुंची टीम को रानीबाग वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर पर असेंबल किया गया है। इसके बाद टीम को दो हिस्सों में बांटकर नैनीताल और भवाली के लिए भेजा गया है, जो दुर्गम क्षेत्रों में लगी आग को बुझाने का काम करेंगे।