ऋषिकेश, 24 दिसंबर : चोरी, ठगी करने वाले संगठित गिरोह ऑटो वालों से मिलिभगत कर घटना को अंजाम दे रहे है।
ऐसा ही एक वारदात हरिद्वार में ऋषिकेश निवासी अंकित बिष्ट के साथ ठगों ने ठगी की। उन्होंने बताया कि मैंने अपनी पत्नी एवं माता जी के साथ हरिद्वार रेलवे स्टेशन से ऋषिकेश के लिये विक्रम ( आटो ) लिया लेकिन जैसे ही विक्रम हर की पौड़ी बाईपास पर पहुंचा, तो विक्रम चालक ने उनसे कहा कि विक्रम (आटो) मे तकनीकी खराबी आ गई है और उसने विक्रम स0-यू0के008-टीए-7012 में बैठाया, जिसमें पहले से ही 03 लोग मौजूद थे, उसके बाद उस विक्रम वाले ने विक्रम में जगह कम होने का बहाना बना कर मेरी पत्नी और मुझे ड्राईवर के साथ आगे बैठने के लिये मजबूर कर दिया और पीछे मेरी माता जी सारे समान जो कि 02 सूटकेश और 02 बैग के साथ उन तीनों के साथ बैठ गई और पीछे बैठे लोगे ने हमारा सामान जिसमें गोल्ड कि ज्वैलरी जो कि (7 अंगूठी, 1 मांग टीका, 1 मंगल सूत्र, 1 हार, 2 पायल, 1 चैन, 1 झुमके सेट, कंगन सैट, नथ, बिछुऐ और 40000 हजार नगद) निकाल लिये तथा ऋषिकेश मे कोयलग्रान्ट चौक पर वे तीनों उतर गये, उनके उतरने के बाद हमने देखा कि हमारा सूटकेस खुला हुआ है और सामान चोरी हो गया है।
प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना ऋषिकेश में मु0अ0सं0 628/2024, धारा 305(सी) बी0एन0एस0 पंजीकृत किया गया।
घटना की गंभीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में घटना के अनावरण एंव अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम गठित की गई, गठित टीम द्वारा घटना के सम्बंध में सुरागरसी/पतारसी करते हुए अभियुक्तों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गई एंव घटना को अजांम देने वाले तीनो अभियुक्तों (1)- मौ0 जाकिर पुत्र मौ0 यासीन निवासी ग्राम अब्दुल्लापुर कुरैसी उर्फ बढखेड़ा, थाना बढापुर जिला बिजनौर उत्तरप्रदेश (2)- वसीम अहमद पुत्र स्व0 निसार अहमद निवासी ग्राम शादीपुर ढल्ला, थाना कोतवाली नगर बिजनौर, जिला बिजनौर उत्तरप्रदेश, (3)- मौहम्मद राशिद उर्फ बौना पुत्र स्व0 लियाकत हुसैन निवासी ग्राम हुसैनाबाद उर्फ दौलताबाद, पो0 व थाना कोतवाली देहात बिजनौर, जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्तो के कब्जे से चोरी की गई ज्वैलरी जिसमें एक सुनार का चेनदार क्रीम रंग का पर्स मे 5000 रूपये व एक आधार कार्ड नम्बर 667451549958, बरामद हुआ है। अभियुक्तों द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर एक राय होकर चोरी की घटना को अंजाम देना तथा तीनों अभियुक्तों के पास से चोरी की ज्वैलरी व रूपये बरामद हुऐ, जिस कारण मुकदमा उपरोक्त में धारा 317(2)/3(5) बी0एन0एस0 की बढौत्तरी की गयी ।