
ऋषिकेश :मनोविज्ञान में रुझान रखने वाले छात्रों के लिए क्लिनिकल साइकोलॉजी भी एक अहम क्षेत्र है। इस विषय से अध्ययन करने वाले व्यक्ति हॉस्पिटल में क्लीनिकल फिजियोलॉजिस्ट के रूप में कार्य कर सकते हैं । क्लिनिकल साइकोलॉजी के जरिए मानसिक रोगों का संपूर्ण अध्ययन होता है, मनोवैज्ञानिक(फिजियोलॉजिस्ट) डॉ० विनयश्री सिंघल के अनुसार डेवलपमेंट साइकोलॉजी ( विकासात्मक मनोविज्ञान ) भी मनोविज्ञान में अध्ययन के लिए एक अच्छा विषय है । इस विषय में छात्र चाइल्ड डेवलपमेंट के बारे में अध्ययन करते हैं, तो इसमें भी व्यक्ति पीडियाट्रिशन के साथ या स्वतंत्र रूप से प्री प्राइमरी स्कूल में चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट के पद पर कार्य कर बच्चों में बाल विकास कर सुदृढ़ गति दे सकते हैं ।इसके अलावा सोशल साइकोलॉजी ( सामाजिक मनोविज्ञान ) का है। इसके अध्ययन से छात्र सोशल वेलफेयर, वूमेंस एंड चाइल्ड डेवलपमेंट, एनजीओ आदि के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे सकते हैं डॉ० सिंहल का कहना है कि मनोविज्ञान विषय का विस्तार बहुत अधिक है, आजकल मनोविज्ञान से अध्ययन करने में छात्रों का रुझान भी काफी बढ़ गया है, इस तरह यह अनेक क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे सकते हैं ।