
ऋषिकेश, 13 जुलाई 2025 – उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी शहीद स्मारक समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक नगर निगम परिसर स्थित स्व. इंद्रमणि बडोनी सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता बलवीर सिंह नेगी ने की, जबकि संचालन, समिति के अध्यक्ष डी.एस. गुसाईं ने किया।
बैठक में समिति की नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई। संरक्षक मंडल में श्रीमती सरोज डिमरी, श्रीमती उषा रावत, संजय शास्त्री, बलवीर सिंह नेगी, प्यारेलाल जुगलान, राकेश मियां, बृजपाल राणा, जय सिंह रावत एवं चंदन सिंह पवार को शामिल किया गया।
कार्यकारिणी में गंभीर सिंह मेवाड़ को कोषाध्यक्ष, रूकम पोखरियाल और विक्रम सिंह भंडारी को महामंत्री, युद्धवीर सिंह चौहान और गुलाब सिंह रावत को उपाध्यक्ष, राजेंद्र कोठारी को संगठन मंत्री, सत्य प्रकाश ज़ख्मोला को प्रचार मंत्री, राजा भट्ट को सांस्कृतिक सचिव एवं संयोजक (हरिपुर कला) नियुक्त किया गया।
अन्य पदाधिकारियों में संजय पोखरियाल (संयोजक टिहरी फॉर्म, रायवाला), सुरेंद्र सिंह भंडारी (संयोजक ढालवाला), श्रीमती रामेश्वरी चौहान (महामंत्री), मुन्नी ध्यानी, जयंती नेगी, प्रेमा नेगी, सरोजिनी थपलियाल, लक्ष्मी बुडाकोटी, कमला पोखरियाल, चैता कंडवाल, रविंद्र कौर (सभी उपाध्यक्ष), शीला ध्यानी, कुसुम लता शर्मा, उर्मिला डबराल (प्रचार मंत्री), विमल बहुगुणा (संगठन मंत्री), तथा संजय पोखरियाल, विशंभर दत्त डोभाल, बृजेश डोभाल, प्रेम सिंह रावत सहित अन्य को भी जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
बैठक में नवनियुक्त पदाधिकारियों का सम्मान भी किया गया। साथ ही यह मांग उठाई गई कि कांवड़ मेले के दौरान स्थानीय नागरिकों को हो रही समस्याओं को देखते हुए शासन-प्रशासन को सख्ती से नियमों का पालन कराना चाहिए। असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त कांवड़ियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।
राज्य निर्माण सेनानियों ने ऋषिकेश में लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण पर भी चिंता जताई। हाईवे, तहसील रोड और प्रगति विहार रोड समेत विभिन्न इलाकों में हो रहे अतिक्रमण पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की गई।
बैठक में निर्वाचन आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। सेनानियों का कहना था कि जब सभी दिशा-निर्देश न्यायालय द्वारा तय किए जा रहे हैं, तो निर्वाचन आयोग की भूमिका औचित्यहीन प्रतीत हो रही है।
बैठक में विशंभर दत्त डोभाल, बृजेश डोभाल, प्रेम सिंह रावत, जगदंबा भट्ट, ऋषि नौटियाल, दौलत राम पनौली, बेताल सिंह धनाई, महादेव रागण, हरि सिंह नेगी, संदीप बुटोला, पार्वती रतूड़ी, मधु डबराल, अंजू गैरोला, सोमवती पाल, विशेश्व मनोरी, शीला ध्यानी, सुमन देवी, चन्द्रमा भट्ट सैकड़ों लोग मौजूद थे।