
ऋषिकेश, 05 जून : प्रतिवर्ष की भाँती इस वर्ष भी तीर्थंनगरी ऋषिकेश मे गंगा दशहरा का पुनीत पर्व बहुत धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने ऋषिकेश त्रिवेणी घाट मे गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और माँ गंगा से अपनी परिवार सहित सुख-शांति की कामना करते हुए जरुरतमंदों व भिक्षुओं को दान कर पुण्य कमाया।
इस, अवसर पर सुबह सूर्य उदय पूर्व से ही ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट, दत्तात्रेय घाट, नाव घाट, बहत्तर सीढ़ी, साईं घाट सहित मुनिकीरेती के नाव घाट, शत्रुघ्न घाट व स्वर्गाश्रम व लक्ष्मणझूला के साथ ही अन्य घाटों पर गंगा में डूबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि गंगा दशहरा कहलाती है। यह तिथि पृथ्वी पर गंगा के अवतरण की मुख्य तिथि मानी जाती है। इस दिन विशेष रूप से गंगा स्नान, गंगा पूजन, दान, उपवास तथा गंगाजी के स्तोत्रपाठ करने का विशेष महत्व माना जाता है। इतना ही नहीं जो मनुष्य सौ योजन दूर से भी गंगाजी का स्मरण करता है, उसके सभी पाप दूर हो जाते हैं और वह अंत में विष्णुलोक को जाता है।
इस अवसर पर गंगा जोत उत्सव समिति के गंगा दशहरा उत्सव ऋषिकेश के संयोजक पं0 वेद प्रकाश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी संस्था विगत तीस वर्षों से गंगा दशहरा के पावन पर्व पर त्रिवेणी घाट पर माँ गंगा के पूजा अर्चना के साथ गंगा स्नान को आये श्रदालुयों को निशुल्क प्रसाद का वितरण का पुण्य कार्य करते आ रहे हैं।