उत्तराखंडपौड़ीलक्ष्मण झूला

राजाजी नेशनल पार्क के घने जंगल से तीन युवकों का साहसिक रेस्क्यू

SDRF और वन विभाग की संयुक्त टीम ने दिखाया अदम्य साहस

पौड़ी/लक्ष्मण झूला(ऋषिकेश),25अगस्त– राजाजी नेशनल पार्क के घने जंगलों में रास्ता भटक गए तीन युवकों को SDRF ने वन विभाग की मदद से साहसिक और सफल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सुरक्षित बाहर निकाला। यह अभियान न केवल जोखिमों से भरा हुआ था, बल्कि SDRF की कर्तव्यनिष्ठा और अदम्य साहस का जीवंत उदाहरण भी साबित हुआ।

कैसे मिली सूचना-

24 अगस्त की सांय लगभग 7:40 बजे थाना लक्ष्मण झूला से SDRF ढालवाला टीम को सूचना प्राप्त हुई कि नीलकंठ मार्ग पर तीन युवक गहरे जंगल में भटक गए हैं और उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है। यह इलाका राजाजी नेशनल पार्क के अत्यंत घने और खतरनाक जंगलों में आता है, जहाँ तत्काल रेस्क्यू की आवश्यकता थी।

 

 

खतरनाक जंगल और कठिन परिस्थितियाँ-
सूचना मिलते ही SDRF की विशेष टीम रवाना हुई। पशुलोक बैराज पहुंचकर वन विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त रणनीति बनाई गई और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया।

 

अभियान के दौरान टीम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा—
  • चारों ओर जंगली हाथियों की चिंघाड़ से भयावह वातावरण।
  • मूसलाधार बारिश, अंधकार और कीचड़ भरे फिसलनयुक्त रास्ते।
  • कंटीली झाड़ियां, पथरीली ढलानें और असल रास्ते का अभाव।
  • कई जगह टीम को रेंगते हुए आगे बढ़ना पड़ा।

इसके बावजूद टीम ने हार नहीं मानी और लोकेशन की ओर लगातार बढ़ती रही।

 

रेस्क्यू में मिली सफलता-,

लगभग चार घंटे तक चले जोखिमपूर्ण सर्च अभियान के बाद SDRF और वन विभाग की संयुक्त टीम ने जंगल की गहराइयों में फंसे तीनों युवकों को सुरक्षित खोज निकाला। अंधकार और भयावह वातावरण में मिली यह सफलता टीम की मेहनत और सामूहिक सहयोग का परिणाम रही।

रेस्क्यू टीम के जांबाज सदस्य-

इस साहसिक अभियान में एसआई पंकज खरोला के नेतृत्व में

  • अनूप रावत
  • रमेश चंद्र भट्ट
  • बली राम शर्मा
  • अमित सैनी
    ने अदम्य साहस और टीम वर्क का परिचय दिया।
सुरक्षित निकाले गए युवक-
  1. हर्ष (पुत्र अरविंद, उम्र 19 वर्ष), निवासी सुशांत सिटी प्रतापपुर, जिला मेरठ, उत्तर प्रदेश।
  2. कुलदीप (पुत्र जसविंदर, उम्र 19 वर्ष), निवासी इंदिरापुरम कॉलोनी, परतापुर सेक्टर-2, मेरठ, उत्तर प्रदेश।
  3. निखिल वर्मा (पुत्र दिनेश वर्मा, उम्र 21 वर्ष), निवासी 60 फुटा रोड, इंदिरापुरम कॉलोनी, परतापुर, मेरठ, उत्तर प्रदेश।
कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक-

यह अभियान SDRF की कर्तव्यपरायणता और निष्ठा का प्रतीक है। कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी SDRF अपनी जान जोखिम में डालकर मानव जीवन की रक्षा करती है। इस सफल अभियान ने एक बार फिर साबित किया कि SDRF उत्तराखंड की वह मजबूत ढाल है, जिस पर जनता हर आपदा और संकट की घड़ी में भरोसा कर सकती है।

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