देहरादून। पहाड़ों में दिनों-दिन वनाग्नि की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसी बीच धनौल्टी के आसपास के जंगल भी आग से जल रहे हैं। आग जीआईसी धनोल्टी और आलू फार्म के आसपास पहुंच चुकी है, जिसके कारण जीआईसी के प्रधानाचार्य ने शनिवार को अवकाश घोषित किया। आग के कारण वातावरण में धुंआ फैला हुआ है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
जीआईसी धनोल्टी की प्रिंसिपल ने बताया कि आग कॉलेज के आसपास पिछले तीन दिनों लगी हुई है, जिसके कारण चारों ओर फैले धुएं से सांस लेने में परेशानी हो रही है। सावधानी के तौर पर पिछले दो दिनों में छात्रों को मध्य अवकाश के बाद छुट्टी दे दी गई थी और आज पूरा अवकाश रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी जौनपुर को अवगत करा दिया गया है। वहीं, खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि घटना के संज्ञान में आने के बाद उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि जंगलों में लगी आग जीआईसी और आलू फार्म के आसपास पहुंच चुकी है, जिससे उन्हें कोई अनहोनी होने का खतरा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग को जल्द से जल्द आग को बुझाना चाहिए, ताकि स्टूडेंस अपनी पढ़ाई सुचारू कर सकें और लोगों के अंदर का भय खत्म हो।
बता दें कि उत्तराखंड में हर रोज जंगल आग से धधक रहे हैं, जिससे वन संपदा को भारी नुकसान हो रहा है। पिछले 48 घंटे के अंदर उत्तराखंड में 19 जगहों पर आग लगने की घटनाएं घटित हुई हैं।
अल्मोड़ा में धधक रहे जंगल
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के चितई के पास जंगल आग से धधक रहे हैं। साथ ही केंट एरिया और ताकुला क्षेत्र में भी आग ने अपना कहर बरपाया है। इस वनाग्नि से प्राकृतिक संपदा जलकर नष्ट हो गई है। जंगलों में लगी आग के कारण लगातार क्षेत्र में तेंदुए की चहलकदमी देखी जा रही है,, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है।