अल्मोड़ा। विधायकों से मुख्यमंत्री के मांगे गए उनके क्षेत्र के प्रमुख विकास योजनाओं के प्रस्तावों पर कार्रवाई नहीं होने पर अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी ने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जल्द शेष योजनाओं को स्वीकृत नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
अल्मोड़ा विधायक ने कहा कि सरकार गठन के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से प्रदेश के सभी 70 विधानसभा के विधायकों ने मुलाकात की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से उनके क्षेत्रों के 10 विकास कार्यों के प्रस्ताव भेजने को कहा था। जिस दौरान आश्वस्त किया था कि उन कार्यों को किया जाएगा। जिसके बाद मुख्यमंत्री की ओर से मांगे गए 10 कार्यों के प्रस्ताव उन्हें भेजे गए, लेकिन ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी मात्र तीन विकास कार्य जिनमें हवालबाग का मिनी स्टेडियम, बाड़ेछीना पॉलिटेक्निक एवं अल्मोड़ा पटाल बाजार के कार्य स्वीकृत हुए।
उनमें भी केवल एक विकास कार्य पॉलिटेक्निक का पैसा अवमुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि बाकी 7 कार्य में कोई कार्रवाई नहीं कि गई। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जल्द उनके प्रस्तावों को स्वीकृत नहीं किया गया तो वह सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता अल्मोड़ा की सरयू सेराघाट पम्पिंग योजना की स्वीकृति उनके द्वारा किए जाने की बात कह रहे हैं, लेकिन उसकी स्वीकृति अभी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने उसकी स्वीकृति की है तो उस तारीख का वह पत्र दिखाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता केवल झूठी बयानबाजी कर रहे हैं।