
देहरादून/ऋषिकेश, 13 जुलाई 2025 – उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चलाए जा रहे ऐतिहासिक ‘ऑपरेशन कालनेमि’ अभियान को जनसमर्थन मिलने लगा है। इसी क्रम में रविवार को परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती के पावन सान्निध्य में देहरादून की प्रमुख संस्थाओं द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भव्य अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम में स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह केवल प्रशासनिक कदम नहीं, बल्कि नैतिक पुनर्जागरण का अभियान है। उन्होंने ‘ऑपरेशन कालनेमि’ की तुलना त्रेतायुग में भगवान श्रीराम के आदेश पर हनुमान द्वारा छद्मवेशी राक्षस कालनेमि के संहार से करते हुए कहा कि यह पहल धर्म, सत्य और पारदर्शिता की पुनर्स्थापना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा, “भ्रष्टाचार के विरुद्ध यह संघर्ष केवल एक प्रशासनिक आवश्यकता नहीं, बल्कि एक नैतिक यज्ञ है। उत्तराखंड को ईमानदार, पारदर्शी और सेवा-प्रधान शासन देने के लिए हम पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।”
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि भ्रष्टाचार आर्थिक अपराध के साथ-साथ नैतिक मूल्यों का भी पतन है, जो समाज की आत्मा को क्षीण करता है। मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में चल रही यह मुहिम छद्मवेशधारी असामाजिक तत्वों के विरुद्ध एक निर्णायक कदम है।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों को रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में देहरादून की तमाम सामाजिक, धार्मिक और प्रशासनिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अभिनंदन समारोह को जन-जागरण की अनुभूति और उत्तराखंड के नैतिक नव निर्माण की दिशा में एक सशक्त प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।