देहरादून (दिलीप शर्मा) : राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह (2 से 8 अक्टूबर 2025) के उपलक्ष्य में राजाजी टाइगर रिजर्व एवं वन विभाग उत्तराखंड के तत्वावधान में लक्ष्य सोसाइटी द्वारा शिक्षकों के लिए ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का संचालन मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक (भा.व.से.) रंजन कुमार मिश्र एवं निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व डॉ. कोको रोसे (भा.व.से.) के मार्गदर्शन में किया गया।
कार्यक्रम में यू-कॉस्ट के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत और निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व डॉ. साकेत बडोला (भा.व.से.) विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। डॉ. पंत ने कहा कि “हमें वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील होकर उन्हें इस पृथ्वी का साथी मानना होगा।” वहीं डॉ. बडोला ने कहा कि “वन्यजीव संरक्षण केवल सप्ताहभर की गतिविधि नहीं, बल्कि एक निरंतर दायित्व है।” उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार की प्रतिबद्धता और वन विभाग के प्रयासों से कार्बेट टाइगर रिजर्व आज देश में सर्वाधिक बाघों वाला संरक्षित क्षेत्र बन चुका है।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के वन्यजीव विशेषज्ञ पंकज जोशी ने मानव-वन्यजीव सहअस्तित्व के विषय पर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर लक्ष्य सोसाइटी की सचिव मिनाक्षी असवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यशाला में अजय लिंगवाल, डॉ. राजेन्द्र राणा (वैज्ञानिक, यू-कॉस्ट) सहित राज्यभर से 198 शिक्षकों ने वर्चुअल माध्यम से सहभागिता की।