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मुख्यमंत्री उत्तराखंड, पुष्कर सिंह धामी के उत्कृष्ट सेवा कार्यों और उत्तराखंड के हित के लिये गये ऐतिहासिक फैसलों के लिये आयोजित समारोह

सेवा, समर्पण और संस्कार से ही बनेगा श्रेष्ठ उत्तराखंड, स्वामी चिदानन्द सरस्वती

पौड़ी / परमार्थ निकेतन ( ऋषिकेश), 07 मई : उत्तराखंड के यशस्वी मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी के उत्कृष्ट सेवा कार्यों, सुशासन और राज्य के हित में लिये गये ऐतिहासिक निर्णयों को सम्मानित करने हेतु एक विशेष “सेवा का सम्मान” अभिनंदन समारोह का आयोजन अर्पित फाउण्डेशन द्वारा किया गया। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष, स्वामी चिदानन्द सरस्वती  का पावन सान्निध्य, आशीर्वाद व उद्बोधन प्राप्त हुआ।

माननीय मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की सभी विशिष्ट अतिथियों ने सराहना की। कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्यमंत्री की उपलब्धियों का सम्मान, सेवा, समर्पण और जनहित के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को व्यापक जनसमर्थन देना और उत्तराखंड के हित में अद्भुत व ऐतिहासिक निर्णय लेना है।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड ने अनेक ऐतिहासिक और दूरदर्शी निर्णय लिये हैं। समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनकर उत्तराखंड ने सामाजिक समरसता और न्याय की दिशा में ऐतिहासिक पहल की है।

नकल विरोधी कानून के माध्यम से युवाओं की परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और विश्वास बहाल हुआ है। महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण प्रदान कर महिला सशक्तिकरण को नई दिशा मिली है। भ्रष्टाचारमुक्त प्रशासन, तेज भर्ती प्रक्रियाएं, और डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में निर्णायक कदम उठाए गए हैं।

स्वामी जी ने कहा कि सेवा का सम्मान ही सच्चा सम्मान है। जब नेतृत्व में सेवा, समर्पण और संस्कार हों, तो राज्य केवल आगे नहीं बढ़ता, बल्कि श्रेष्ठता की ओर अग्रसर होता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का कार्यकाल जनआस्था, जनसेवा और जनसुरक्षा से ओत-प्रोत है। आज उत्तराखंड की जनता निश्चिंत है क्योंकि नेतृत्व स्पष्ट है, दिशा सशक्त है और नीयत सेवा से परिपूर्ण है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह सम्मान राज्य की जनता को समर्पित करते हुए कहा, “यह सम्मान पूरे उत्तराखंड की जनता की सेवा भावना का सम्मान है। पूज्य संतों का मार्गदर्शन मिलना हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड को सशक्त, आत्मनिर्भर और भ्रष्टाचारमुक्त बनाना ही उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने युवाओं को रोजगार, शिक्षा और कौशल विकास से जोड़ने की योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती, म.म. स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरी, कृष्ण गिरी, टपकेश्वर महादेव मंदिर, विपिन जोशी, योगाचार्य,  भरत गिरी, श्याम जाजू, पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भाजपा, श्रीमती हनी, के.के. जैन, दुर्गेश्वर लाल, विधायक, श्रीनवन मद्धेशिया, श्रीमती तृप्ति, विपुल गर्ग तथा अर्पित फाउण्डेशन के सम्मानित सदस्य सरदार इकबाल सिंह  और अन्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति।

इस अवसर पर स्वामी जी ने माननीय मुख्यमंत्री जी और अर्पित फाउंडेशन के माननीय पदाधिकारियों को रूद्राक्ष का पौधा देकर उनका अभिनन्दन किया।

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