उत्तराखंडपेयजल समस्या

दोगी पट्टी के विभिन्न गांव में बढ़ा पेयजल संकट

टिहरी / दोगी पट्टी 16 अप्रैल : दोगी पट्टी क्षेत्र अंतर्गत लगभग सभी ग्राम सभा व विद्यालय इन दिनों गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहे है, जिसमे कखोर, भांगला, तिप्रि, बास्काटल, घिगुड़, पजै गांव, सिलकनी, बैराई गांव, चमेली गाल, लोडसी, लोयल, कुंडीया, नाइ, मुंडाला, पुरवाला, ससमण, बुगाला, गंगलसी पुराना गांव, कौडियाला, सिंगटाली व अटाली मुख्य है।

क्षेत्र की इस समस्या को लेकर आज सामाजिक कार्यकर्ता गजेंद्र राणा के नेतृत्व मे एक प्रतिनिधि मण्डल , अधिशासी अभियंता जल निगम मुनिकीरेती से मिले।

मौके पर अखिलेश सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह, सुनील राणा, भीमसेन, मेहर सिंह, सुरेंद्र सिंह चौहान, मुन्ना पवार, नरेंद्र दवाण, धर्म भंडारी आदि मौजूद थे। प्रतिनिधि मंडल द्वारा अधिशासी अभियंता जल निगम को 10 दिन के भीतर क्षेत्र के उपरोक्त गांव अंतर्गत पेयजल से जुड़ी समस्या के तुरंत निवारण हेतु ज्ञापन दिया व अधिशासी अभियंता महोदय को अवगत कराया कि यदि 10 दिन के अंतर्गत निम्न बिंदुओं पर कार्य नहीं किया गया तो आपके कार्यालय का घेराव किया जाएगा। मुख्य बिन्दुओं में सूरजकुंड पेयजल योजना अंतर्गत विभिन्न पंपिंग स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाना, पंप ऑपरेटर को उचित समय पर सैलरी देना, विभिन्न ग्राम सभाओं के अंतर्गत वितरण टैंक से ग्राम सभाओं के लिए समय-समय पर पानी छोड़ना व गूलर स्थित इंटेक वेल से पानी पंप करने के घंटे बढ़ाकर सभी ग्राम सभाओं तक तेजल आपूर्ति सुनिश्चित करना मुख्य है।

अधिशासी अभियंता जल निगम मुनीकीरेति द्वारा प्रतिनिधिमंडल को अस्वस्थ कराया गया की 10 दिन के भीतर हर बिंदु पर कार्य कर लिया जाएगा जिससे उपरोक्त ग्राम सभाओं के अंतर्गत उचित पेयजल की व्यवस्था हो सके। प्रतिनिधि मंडल द्वारा पत्र में कई बिंदु लिखित रूप में दिए गए जिसमें योजना के एकीकरण भी मुख्य है, जिसकी वजह से आज जल निगम मुनिकीरेती व जल संस्थान देवप्रयाग एक दूसरे पर लीपा पोती करते नजर आते हैं। जब यह योजना किसी एक विभाग को सपुर्द कर दी जाएगी तब एक दूसरे पर दोषारोपण करने का अवसर किसी को नहीं मिलेगा व अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन करते हुए जिम्मेदार विभाग हर गांव तक पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बाध्य होगा।

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